जब कोई अपनी जवानी की तरफ़ बढ़ता है उसके मन मे
सैक्स को लेकर कई सवाल खड़े हो जाते है जिन का समय पर जवाब न मिलना सबसे मुशिक्ल
होता है. दुसरी तरफ़ मरीज के लिंग का जोश कम होना, सोते समय किसी लड़की/औरत के साथ
सम्भोग करते समय, कई बार बिना सम्भोग किये वीर्य का निकल जाना, सुबह मरीज के शरीर
मे थकावट होना, सुस्ती बनी रहना, खाया पीया ना लगना, लिंग मे उतेजना का कम हो जाना,
स्वभाव मे चिड़चिढ़ापन, दिल मे मायुसी रहना यह सब लक्शण स्वपनदोष से होने शुरू हो
जाते है. मरीज का नशे का सेवन करना, हर वक्त सोचते रहना, हस्तमैथुन करना, गंदी
तस्वीरे और फ़िल्मे देखना, शरीर का दिन ब दिन कमजोर होना, दिमाग मे बुझदिली आना,
जल्दी थकावट हो जाना, स्त्री की तरफ़ देखकर भी लिंग मे चुस्ती ना आना इसके मुख्य
कारण है. अगर इसका समय पर इलाज ना किया जाये तो यह बढ़् कर सैक्स रोग का रुप धारण
कर लेती है. इसलिये इसका समय पर इलाज करवाना बेहद जरूरी है. इसलिये इसके इलाज के
लिये हमे शीघ्र सम्पर्क करे कही जिन्दगी नर्क ना बन जाये. इस बिमारी मे औरत का सपने
मे आने से या बिना सपने के ही वीर्य निकल जाता है. अगर ये बिमारी बढ़ जाए तो सैक्स
कमजोरी आनी शुरु हो जाती है.
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लक्षण::
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सपने मे वीर्य का निकल जाना, सारा शरीर दर्द करना,
आलस्य बढ़ना.
लिंग कठोर ना होना, समय कम लगना, साथी को संतुष्ठ ना कर पाना, साथी के नजदीक जाने
पर वीर्य का निकल जाना.
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